‘हार्ट लैंप’ अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार 2025 के लिए चुना गया पहला कन्नड़ शीर्षक बन गया
‘हार्ट लैंप’ अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार 2025 के लिए चुना गया पहला कन्नड़ शीर्षक बन गया

बानू मुश्ताक की अनुवादित कन्नड़ कहानियों का संग्रह, हार्ट लैंप, 8 अप्रैल 2025 को अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार के लिए चुना गया था।
इस वर्ष की शॉर्टलिस्ट में शामिल छह पुस्तकों में से इस पुस्तक ने शॉर्टलिस्ट होने वाली पहली कन्नड़-भाषा की पुस्तक के रूप में इतिहास रच दिया।
दीपा भस्थी द्वारा अनुवादित हार्ट लैंप, 1990 और 2023 के बीच बानू मुश्ताक द्वारा लिखी गई 12 लघु कथाओं का संग्रह है।
इससे पहले, उनकी लघु कथाओं के संग्रह, हसीना एंड अदर स्टोरीज के अंग्रेजी अनुवाद ने वर्ष 2024 के लिए अंग्रेजी पेन अनुवाद पुरस्कार जीता था।
इसका अनुवाद भी दीपा भस्थी ने किया था।