भारत और अमेरिका ने प्राचीन वस्तुओं की तस्करी रोकने के लिए सांस्कृतिक संपदा समझौते (सीपीए) पर हस्ताक्षर किए; 588 कलाकृतियां वापस भेजी गईं, जिनमें 297 2024 तक वापस भेजी जाएंगी।
भारत और अमेरिका ने प्राचीन वस्तुओं की तस्करी रोकने के लिए सांस्कृतिक संपदा समझौते (सीपीए) पर हस्ताक्षर किए; 588 कलाकृतियां वापस भेजी गईं, जिनमें 297 2024 तक वापस भेजी जाएंगी।

भारत और अमेरिका ने भारतीय पुरावशेषों की तस्करी को रोकने के लिए एक सांस्कृतिक संपदा समझौते (सीपीए) पर हस्ताक्षर किए हैं। अब तक अमेरिका से 588 कलाकृतियाँ वापस लाई जा चुकी हैं, जिनमें 2024 में 297 कलाकृतियाँ शामिल हैं। सीपीए में तकनीकी सहायता, अवैध व्यापार के खिलाफ सहयोग और आपसी समझ को बढ़ावा देने के प्रावधान शामिल हैं। भारत आवश्यकतानुसार यूनेस्को और इंटरपोल के साथ भी सहयोग करता है।