शून्य भेदभाव दिवस प्रतिवर्ष 1 मार्च को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य सम्मान, समानता और समावेशन को बढ़ावा देना है, जिसकी शुरुआत 2014 में यूएनएड्स द्वारा की गई थी।
शून्य भेदभाव दिवस प्रतिवर्ष 1 मार्च को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य सम्मान, समानता और समावेशन को बढ़ावा देना है, जिसकी शुरुआत 2014 में यूएनएड्स द्वारा की गई थी।

शून्य भेदभाव दिवस हर साल 1 मार्च को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य सभी के लिए सम्मान, समानता और समावेश को बढ़ावा देना है। इसकी शुरुआत 2014 में UNAIDS द्वारा की गई थी। शून्य भेदभाव दिवस 2025 का थीम "हम एक साथ खड़े हैं" है, जो एचआईवी प्रतिक्रिया और वैश्विक स्वास्थ्य प्रयासों को बनाए रखने में समुदाय के नेतृत्व वाली पहलों पर जोर देता है।